एक अमीर व्यापारी के घर चोरी हुई थी। व्यापारी को लगता था की मेरे नौकर में से कोई एक चोर हो सकता हैं। व्यापारी मदद के लिए बीरबल के पास गए। बीरबल उस व्यापारी की मदद करने के लिए तैयार हो गए।
बीरबल व्यापारी के घर गए और नौकरों को खड़ा कर दिया। बीरबल ने नौकर से पूछा, आप में से किसने मालिक के घर चोरी की है? वे सभी ने जवाब दिया की उन्हें नहीं पता
बीरबल एक मिनट के लिए सोचते रहे। उसके बाद बीरबल ने सभी नोकरो को बराबर लम्बाई की एक लकड़ी दी। उन्होंने कहा की चोर की छड़ी कल दो इंच लम्बी हो जाएगी। मैं कल यहाँ आ कर आपकी लाठी देखूंगा।
अगले दिन, बीरबल ने नौकरों से कहा की मुझे अपनी छड़ी दिखाओ। एक नौकर की छड़ी दो इंच से कम थी। बीरबल ने व्यापारी को बताया की यही चोर है।
व्यापारी बाद में बीरबल के पास आया और पूछा की आपको असली चोर के बारे में कैसे पता चल गया। तब बीरबल ने समझाया की चोर ने अपनी छड़ी दो इंच छोटी कर दी थी, यह सोचकर अगले दिन वो लम्बी हो जाएगी।